होरी पे ऐसे रंग ना डारो,
रार ना मचाओ बनवारी ।
खिलत रहे फुलवा गुनगुनाए भंवरा
देख देख मोर हंसत काहे पियरा
सखी सहेली करत ठिठोली
काहे दो उन्हें अवसर गिरिधारी । रार न मचाओ बनवारी
रंग भिगोया गुलाल गाल मले
चूनर भीगी भीगे मोर केश पडे
थर थर कांपत, गात सुकोमल
और न मारो न मारो पिचकारी । रार न मचाओ बनवारी
गोप गोपी संग रास रचायें
जमुना तट पे धूम मचायें
हम बूंद, सागर तो आप प्रभु
बिनती करो स्वीकार हमारी । रार न मचाओ बनवारी
23 टिप्पणियां:
'होरी पे ऐसे रंग ना डारो,
रार ना मचाओ बनवारी ।
खिलत रहे फुलवा गुनगुनाए भंवरा...........
-क्या बात है!
होली के रंग भीगी बहुत खूबसूरत रचना.
Asha ji आपको सपरिवार होली की बहुत बहुत शुभकामनाएं!
खूबसूरत रचना ।आपको तथा आपके समस्त परिजनों को होली की सतरंगी बधाई
होली की हार्दिक शुभकामनाएँ और बधाई !!
Aasha tai!...holi mubaarak ho!...kavita padhkar hum to rago se saraabor ho gaye!
शानदार रचना.
ये रंग विश्वास के हमेशा बरसते जाएं मेरे वतन में
रिफ़ाक़तों की यें गंगा-जमना न सूख पाएं मेरे वतन में
रंगोत्सव होली की हार्दिक शुभकामनाएं.
आपको तथा आपके समस्त परिजनों को होली की सतरंगी बधाई
bahut sundar rachna.........holi ki shubhkamnayein.
होली पर प्रेषित इस बेजोड़ कविता के लिए आपका साधुवाद...आप और आपके परिवार को होली की ढेरों शुभ कामनाएं...
नीरज
होली की बहुत-बहुत शुभकामनायें
जब कोई बात बिगड़ जाए
जब कोई मुश्किल पड़ जाए तो
तो होठ घुमा सिटी बजा सिटी बजा के
बोल बहिना "आल इज वेल"
हेपी होली .
जीवन में खुशिया लाती है होली
दिल से दिल मिलाती है होली
♥ ♥ ♥ ♥
आभार/ मगल भावनाऐ
महावीर
हे! प्रभु यह तेरापन्थ
मुम्बई-टाईगर
ब्लॉग चर्चा मुन्ना भाई की
द फोटू गैलेरी
महाप्रेम
माई ब्लोग
SELECTION & COLLECTION
बहुत सुन्दर ........ आप को और आप के परिवार को होली मुबारक !
होरी पे ऐसे रंग ना डारो,
रार ना मचाओ बनवारी ।
खूबसूरत रचना ......!!
गोप गोपी संग रास रचायें
जमुना तट पे धूम मचायें
हम बूंद, सागर तो आप प्रभु
बिनती करो स्वीकार हमारी
bahut mabhur ,holi ke is pawan parv par haardik shubhkaamnaaye
होली की शुभकामनायें ।
क्या बात है??? बहुत अच्छी रचना.... होली के कुछ गीत मैं भी लिखने की कोशिश कर रहा था लेकिन सब बेकार..... इतने शब्द आप किधर से लाती हैं ??
होरी पे ऐसे रंग ना डारो,
रार ना मचाओ बनवारी ।
होली पर बेहद खूबसूरत रचना।
बधाई।
होरी पे ऐसे रंग ना डारो,
रार ना मचाओ बनवारी ।
होली के रंगों मे रंगी सुन्दर रचना देरी से आने की माफी चाहती हूँ। बहुत बहुत शुभकामनायें
होरी पे ऐसे रंग ना डारो
रार ना मचाओ बनवारी
खिलत रहे फुलवा गुनगुनाए भंवरा....
सुन्दर लोकगीत का अहसास है होली में.
आपको होली की बधाई!
सुन्दर गीत
ashaji holi ki der se badhai.
रंग भिगोया गुलाल गाल मले
चूनर भीगी भीगे मोर केश पडे
थर थर कांपत, गात सुकोमल
और न मारो न मारो पिचकारी । रार न मचाओ बनवारी
mast holi cha divas dolya samor ubha rahila punha.blogvar parat lavakar yenyacha prayatna karin.sadhya ghari jara dusre tension aahe.baki sagle thik.tumchya sagalyanchi athavan khup yete.sadar mehek.
Bahut hee sundar rachana!
होली के रंग भीगी बहुत खूबसूरत रचना.
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनायें...... !
बहुत सुन्दर रचना ।
Belated Holi wishes and also a very happy women's day (though belated)
एक टिप्पणी भेजें