शुक्रवार, 13 फ़रवरी 2009

अमन लौट कर आयेगा


अंदर आने दो सूरज को,
तभी अंधेरा भागेगा ।
इस मनसे भय को पार करो,
तभी साहस जग पायेगा ।
सद्चरित्र की जयकार करो
तब ही तो समाज जागेगा ।
द्रोही की पहचान करो
तभी तो दुष्मन भागेगा ।
हम अगर रहेंगे चौकन्ने
और शहीदों के नित्य ऋणी
तभी रहेगा वतन सुरक्षित
और अमन लौट कर आयेगा ।

आजका विचार
संगीत उसे अभिव्यक्त करता है जिसे कहा नही जा सकता और उसपर मौन रहना असंभव है ।

स्वास्थ्य सुझाव
आम, अमरूद, पपीता, सेब, गाजर,पत्तागोभी, ब्रॉक्ली, अनार और आँवला उच्च रक्तचाप में गुणकारी हैं ।

10 टिप्‍पणियां:

mehek ने कहा…

khup surekh,kharach jehwaa auryachikirne andharya manna parynt pohochtil tevha sakal hoel.aajachi tip khup chan aahe.valentine chya hardik shubhecha

शोभा ने कहा…

बहुत प्यारी बात कही है। आभार।

रंजू भाटिया ने कहा…

बहुत सुंदर बात कही है आपने आने दो सूरज को तभी अन्धकार मिट पायेगा

P.N. Subramanian ने कहा…

पहली दो पंक्तियाँ ही दर्शनशास्त्र का पाठ पढ़ा देती हैं. बहुत अच्छा लगा. आभार.

राज भाटिय़ा ने कहा…

बहुत ही सुंदर लिखा आप ने धन्यवाद

Anup ने कहा…

क्या हिन्दी को तकनीक की भाषा के रूप में स्थापित करना चाहिए?
कृप्या, निचे दिए गए लिंक क्लिक करे और वोट में भाग ले.
http://indiandba.blogspot.com

आपका
अनूप

Hari Joshi ने कहा…

दिल को छू जाती हैं आपकी बातें।

ilesh ने कहा…

सही कहा हे आपने .....

हम अगर रहेंगे चौकन्ने
और शहीदों के नित्य ऋणी
तभी रहेगा वतन सुरक्षित
और अमन लौट कर आयेगा ।

P.N. Subramanian ने कहा…

"वो जो आये तो उजाला आया सर्दी की शाम, दुशाला आया" इस नई रचना ब्लॉग पर दिख नहीं रही है. समझ में नहीं आ रहा. यही पन्ना बार बार खुल रहा

MANVINDER BHIMBER ने कहा…

अंदर आने दो सूरज को,
तभी अंधेरा भागेगा ।
इस मनसे भय को पार करो,
तभी साहस जग पायेगा ।
सद्चरित्र की जयकार करो
तब ही तो समाज जागेगा ।
द्रोही की पहचान करो
बहुत प्यारी बात कही है।