दिया जला, लौ कांपी
कुछ सहमी, घबराई
पवन के झकोरे से
थर थर थर्राई
पर एक क्षण, दूजे पल
इठली, मुसकाई
साथी के कानों में,
हौले से गुनगुनाई
जागो नैना खोलो
दीवाली आई।
सबको दीपावली की ढेर सारी शुभ कामनाएं ।
आजका विचार
अच्छा काम करने के लिये अच्छे माहौल की प्रतीक्षा जरूरी नही हम कहीं से भी शुरू कर सकते हैं ।
स्वास्थ्य सुझाव
गायका शुध्द घी आँखों में रात को लगा कर सोने से आँखों की ज्योती बढती है ।
12 टिप्पणियां:
आपको भी दीपावली की ढेर सारी शुभ कामनाएं .
आपको और आपके पतिदेव को (चित्र में वे भी साथ दीखते हैं) भी दीपावली मंगलमय हो। आपाधापी में याद ही नहीं रहा कि दिवाली आ गयी है। अच्छा किया आपने याद दिला दिया।
मेरी तरफ से भी शुभ दीपावली।
विचार काफी सटीक है। अच्छे माहौल का इंतज़ार करते रहे तो काम शुरू ही नहीं हो सकता।
आपको भी दिपावली की बहुत बहुत शुभकामनायें।
दीपावली की ढेर सारी शुभ कामनाएं,
सबको,
सबकी तरफ से।
ढेर सारी शुभकामनाएं
दीपावली की ढ़ेर सारी शुभकामनाएं.
शुभ दीपावली आप्को भी बहुत बहुत बधायी
आपको भी दीपावली की बहुत बहुत शुभ कामनाएं .
दीपावली की शुभकामनाएं
आप सब का धन्यवाद । आप सब की दीपावली शुभ हो प्रकाशमय हो ।ज्ञानदत्त जी आपने सही पहचाना वे मेरे पती सुरेश ही हैं । उनकी और से भी
शुभ दीपावली सबको । इस ब्लॉग के काम में भी उनका बडा योगदान है ।
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