शुक्रवार, 12 सितंबर 2014

चलते चलो रे-3 योसेमिटी नेशनल पार्क


आज जुलै की सात तारीख, आज हमें निकलना था अपने टूर पर। इस टूर पर हम दोनो ही जा रहे थे क्यूं कि अर्चना वहिनी और मकरंद वगैरह पहले ही देख चुके थे ये सब। हमारी टूर एक चीनी कंपनी के द्वारा संचालित थी।
केलिफोर्निया में चीनी लोग बहुत हैं और भारतीय भी पर चीनी ज्यादा हैं क्यूं कि ये लोग 1930 के दशक से आने शुरु हो गये थे, रेल रोड के मजदूरों के रूप में, पर अब ये सारे काफी पढे लिखे और पैसे वाले लोग हैं। तो हमें सात तारीख को सुबह पौने नौ बजे मरीना सुपर मार्केट क्यूपरटिनो पहुंचना था जहां से हमारी बस हमें ले कर वाया सैन फ्रान्सिस्को सब टुरिस्टों को इकठ्ठा करते हुए योसेमिटी जाने वाली थी। हम थोडे जल्दी ही पहुंच गये ताकि मिस ना हो। कोई पद्रह मिनिट इंतजार करने के बाद हमें एक छोटी वैन आती दिखी. मकरंद हमें छोडने आया था उसी ने पता किया कि यही वैन हमें और चार और लोगों को ले कर आगे सैन फ्रान्सिस्को जायेगी और वहां से हमें बडी बस मिलेगी। मकरंद को चूंकि ऑफिस जाना था हमने उससे विदा ली। हमारे चार साथी यानि दो बच्चे और दो महिलायें आ गईं । ये दोनो मां बेटी थीं और बच्चे बेटी के थे। फिर हम चल पडे सैन फ्रान्सिस्को की ओर। रास्ते में खाफी लोग आते गये और बस पूरी भर गई। हमारे साथ 4-5 हिंदुस्तानी जोडे भी थे तो सही रहा, वरना ज्यादा तर तो चीनी ही थे। हमारे साथ वाले सीट पर एक नया जोडा बैठता था। ये दोनों थे तो मुंबई से पर गोआनीज ते। नय़ी नयी शादी होने के बावजूद भी बहुत मिलन सार और मदद करने वाले।

सारे लोगों के आते ही हमारी गाइड ने अपना परिचय दिया और हमारे सामान्य ज्ञान की परीक्षा लेनी शुरु कर दी।
केलिफोर्निया का दूसरा नाम क्या है, नेवाडा को और क्या कहते हैं, गोल्डरश का नाम सुना है क्या, योसेमिटी क्या है, वगैरा वगैरा।
परीक्षा में तो बहुत कम लोग सफल रहे  पर अंततः हमारे सामान्य ज्ञान में वृध्दी ही हुई। गाइड का नाम था सूझन। 



कैलिफोर्निया को गोल्डन स्टेट के नाम से जाना जाता है। क्यूं कि सोना यहीं पाया गया और कैलिफोर्निया गोल्ड रश .तो प्रसिध्द ही है।  केलिफोर्निया में सोना पाने का समय है 1848-1855, जब पहली बार सोना जेम्स मार्शल के स्टटर मिल (कोलामा) में पाया गया। इसके बाद तो यहां लोगों का तांता लग गया ये लोग मध्य अमेरिका, पूर्वी तट तथा मैक्सिको एशिया और लेटिन अमेरिकी देशों से भी आये। 

इसके बाद तो सैन फ्रंन्सिस्को जो 200 लोगों की छोटी सी बस्ती थी एकदम से 5-7 सालों में 25000 लोगों वाले एक शहर में बदल गया। केलिफोरनिया उत्तरी अमेरिका का हिस्सा बन गया (इससे पहले य मैक्सिको का हिस्सा होता था) और उसको प्रांत (स्टेट) का दर्जा भी हासिल हुआ। अनाज और फलों का उत्पादन जोरों से शुरु हुआ। अमेरिका का दो तिहाई अनाज यहीं पर होता हे। और सूखा मेवा जैसे बादाम, अंजीर और किशमिश भी। बिजली उत्पादन के लिये विंड मिल्स का भी यहां खूब प्रयोग होता है (विडियो) । 

सेंट्रल वैली यहां की ग्रेनरी कहलाती है यह ग्लेशियर के कारण बनी है।
यहां पैसिफिक पर्वत श्रृंखला तटीय है तथा सियेरा नेवाडा पूर्वी पर्वत श्रृंखला है, विटनी पर्वत  यहां का सबसे ऊंचा शिखर है। ये तो हुई पूरे केलिफोर्निया स्टेट की बात। फोटो picture/centralvalbing)



हम जा रहे थे योसेमिटी वैली जो कि सेंट्रल सियेरा पहाडों का हिस्सा है और ग्लेशियर के कारण बनी है। यह 8 मील लंबी तथा एक मील गहरी है चारों तरफ से ग्रेनाइट के पहाडों से घिरी है। हाफ डोम या अर्ध-गुंबद यहां का प्रसिध्द लैन्डमार्क है। (photo 0308)



 यहां लोग ट्रेकिंग करते हैं। हम 13-14 साल पहले यहां आये थे तो ये अर्धगुंबद देखा था। ये वैली (घाटी) प्रसिध्द है सेक्वाया (रेडवुड) जायंट सेक्वाया और डगलस फर के जंगलों के लिये (img 0321)



और सुंदर प्रपात, और ग्रेनाइट के अद्भुत पहाडों के लिये ( Photo img 0320)





गोल्ड रश के दौरान बहुत से योरोपीय और पूर्वी तट के अमेरिकी यहां के संसाधनों में अपना हिस्सा बांटने के लिये तथा कब्जा करने के लिये आये तो यहां के मूल निवासियों के साथ उनकी लडाइयाँ हुईं। जब ये मूल निवासी इन गोरे लोगों को देखते तो अपने लोगों को योसेमिटीS योसेमिटीS कह कर चेतावनी देते योसेमिटी माने खतरा। तो गलती से लोगों ने इस जगह का नाम ही योसेमिटी ऱख दिया। जॉन मिलर नामक व्यक्ति ने योसेमिटी नेशनल पार्क बना कर इस सुंदर जगह को सुरक्षित किया। आक्रामकों ने सोने के लिये तथा अन्य खनिजों और जमीनों पर कब्जा जमाने के लिये यहां के मूल निवासियों को लगभग खत्म ही कर दिया गया।

हमारी बस योसेमिटी पार्क पहुंची कोई दो बजे हमें योसेमिटी फॉल्स देख कर आने के लिये पंद्रह मिनिट दिये गये। हमें फिकर थी कि हम देख कर समय से लौट पायेंगे या नही पर हो गया प्रपात में बहुत पानी नही था और दूर से ही देख पाये फोटो नही खींच सकें शायद विडियो में हो। एक और प्रपात है ब्राइटल फॉल्स इसके के बारे में कहते हैं कि यहां की बौछार यदि आप पर गिरे तो जल्दी ही आपकी शादी हो जाती है। वहां से फिर हम थोड ऊपर गये और देखे सांस रुक जायें ऐसे दृष्य।  ज्यादातर पर्यटक  जो इस नेशनल पार्क में आते हैं इसी स्थान पर पहुंचते हैं। टनेल व्यू कहते हैं इस जगह से दिखने वाली घाटी के दृष्य को। यहां से एल केपिटन, सेन्टिनेल डोम और हाफ डोम यानि अर्द गुम्बद देखे जा सकते हैं जो घाटी के तले से 3000 से 5000 फीट ऊंचे हैं। खूब चित्र खींचे। आप भी देखें।









और देखें विडियो। 

विभिन्न आकारों और नामों वाले ग्रेनाइट के पहाड, इसका एक नक्षा भी है और मॉडल भी उनके भी चित्र हैं। हो सकता है इन पहाडों को आप नाम से पहचान लें। काफी समय यहां बिताया फोटो और विडियो लिये। पहले जब हम यहाँ आये थे तो मेरी एक भतीजी को मैने कहा था ये कैसा नाम है योसेमिटी तो वो हंस कर बोली काकू, आप तो यशोमती मैया को याद रखिये योसेमिटी अपने आप याद रहेगा।



शाम हो चली थी और हमें आगे जा कर रुकना था, ताकि हम लास-वेगास के थोडे और पास पहुंच जायें।

(क्रमशः)

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