शनिवार, 31 मार्च 2012

राम जन्म

अयोध्या आज हुई है धन्य
दशरथ घर गूंजे मंगल गान,
उपजे पुत्र चार कुल दीपक
अतीत का शाप बना वरदान ।

हर्षित तीनों ही मातायें
सुतमुख देख तृप्त मन-काम
राम, लक्ष्मण, भरत शत्रुघन
आज अवध आनंद को धाम ।

कौशल्या, चकित और विस्मित
प्रगट भये करुणा निधान,
धन्य हुई है कोख आज लगि,
सतजन्म पुण्य का ये वरदान ।

पुत्र जन्म उत्सव नगरी में
जन जन हरषे, मन अभिमान
कौशल्या घर प्रभू प्रगट भये
बालक अति सुंदर अभिराम ।

चर्चा करे नगर नर नारी
नंदन, मनमोहक घन-शाम
देखत मन आनंद से डोलत
तन-मन पुलक, अश्रु अविराम ।

मुदित भये महल भीतर सब
नगर भयो आनंद को धाम
सूरज भी रुक गये दो पहर
क्या ऐसा घटगया अनाम ।

23 टिप्‍पणियां:

भारतीय नागरिक - Indian Citizen ने कहा…

behad achchhi kavita se aapne ram navmi ki shubhkaamnayen di hain. dhanyavaad.

vandana gupta ने कहा…

राम नवमी की हार्दिक शुभकामनाएँ !

दिगम्बर नासवा ने कहा…

प्रभू के जनम दिन की गाथा बहुत ही सुन्दर वर्णित की है ... आपको रामनवमी के मंगल बधाई ...

रविकर ने कहा…

श्री रामनवमी की शुभ कामनाएं ।

आपके ब्लॉग पर आकर मन तृप्त हो जाता है ।।

संजय भास्‍कर ने कहा…

बहुत बढ़िया ....रामनवमी की शुभ कामनाएं !!!

kshama ने कहा…

Wah! Kya kamal ka likha hai!

Vaanbhatt ने कहा…

रामनवमी की शुभकामनाएं...आज ही पाप के अंत का बीज पड़ गया था...

Arvind Mishra ने कहा…

रामनवमी पर यह सुन्दर काव्य प्रस्तुति !शुभकामनाएं!

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

राम नाम मधुरम् मधुरम्।

रश्मि प्रभा... ने कहा…

राम जन्म ... हर्षित मन उपवन - राम जन्म की बधाई आपको भी

S.M.HABIB (Sanjay Mishra 'Habib') ने कहा…

बहुत सुंदर रचना....
राम नवमी की हार्दिक बधाईया
सादर.

Abhishek Ojha ने कहा…

राम रमेती रामेति..

Udan Tashtari ने कहा…

सुन्दर काव्य!!

Suman ने कहा…

बहुत सुंदर रचना....

Rachana ने कहा…

wah kya kahen bahut hi sunder kavita hai prabhi janm ki sunder gatha
badhai
rachana

mridula pradhan ने कहा…

bahut achcha likhin.....

देवेंद्र ने कहा…

भगवान राम के महान चरित्र का अति सुंदर चित्रण, बधाई । समय अनुमति दे तो मेरे ब्लॉग शिवमेवम् सकलम् जगत पर अवश्य पधारियेगा ।

परमजीत सिहँ बाली ने कहा…

बहुत सुन्दर!

संगीता स्वरुप ( गीत ) ने कहा…

बहुत सुंदर रचना

Rajesh Kumari ने कहा…

maaf kijiye bahut der se padhi aapki yeh rachna jitni bhi tareef ki jaaye kam hi hogi is chhand badh kavita ki.

Rakesh Kumar ने कहा…

बहुत ही सुन्दर वर्णन किया है आपने राम जन्म का.मन मुदित हो गया है पढकर.

१ अप्रैल २०१२ को जी न्यूज के मंथन प्रोग्राम
(सुबह ६ से ७ बजे) में राम नवमी के सुअवसर
मैंने भी भाग लेकर राम जी की व्यक्तिगत,
परिवारिक और समाजिक सन्दर्भ में चर्चा प्रस्तुत
की थी.

आशा जी,आप मेरे ब्लॉग पर आईं बहुत अच्छा लगा.अबकी बार पोस्ट लिखने में देरी हो गयी है,इसके लिए मैं क्षमा चाहता हूँ.कुछ मजबूरी के
कारण ऐसा हुआ.शीघ्र ही कोशिश करता हूँ.
मेरी कमी को आप अच्छे से पूरा कर रही हैं.
आपकी पोस्टें पढकर हृदय में आनन्द का संचार होता है.बहुत बहुत आभार जी.

Aruna Kapoor ने कहा…

बहुत ही सुन्दर रचना!...कुछ देर से पहुँची हूँ...क्षमस्व!

P.N. Subramanian ने कहा…

बहुत सुन्दर रचना. मेरे पिताश्री भी रामनवमी के दिन ही जन्म लिए थे और वही सब कुछ भुगतना भी पड़ा था. दंडकअरण्य में!