तुम्हारे प्यार का अहसास लपेटे रहता है मुझे कोहरे सा कानों में गुनगुनाता है एक मधुर रागिनी पायल की छनछन, बन जाती है मेरे दिल की धडकन मन मोर नाचने लगता है उसके ताल पर और इस अहसास में मै, हो रहता हूं मगन अपने में ही ।
प्रेम में डूब कर पूरी श्रीष्टि कृष्ण मेय हो जाती है ... प्रेम उसका ही रूप है ... आत्मा से परमात्मा का मिलन है ... बहुत गहरी अनुभूति हो रही है आपकी रचना पढ़ कर ....
21 टिप्पणियां:
इस अहसास में मै,
हो रहता हूं मगन
अपने में ही ।
बेहतर मार्ग, अपने में मगन रहना
सुन्दर अभिव्यक्ति
इस अहसास में मै,
हो रहता हूं मगन
अपने में ही
इससे अच्छी बात क्या हो सकती है आशाजी बहुत सुन्दर रचना है बधाई
बेहतरीन अहसास, सुन्दर रचना!
और इस अहसास में मै,
हो रहता हूं मगन
अपने में ही..
प्रेम में डूब कर पूरी श्रीष्टि कृष्ण मेय हो जाती है ... प्रेम उसका ही रूप है ... आत्मा से परमात्मा का मिलन है ... बहुत गहरी अनुभूति हो रही है आपकी रचना पढ़ कर ....
बढ़िया प्रस्तुति पर हार्दिक बधाई.
ढेर सारी शुभकामनायें.
वाह उनके प्यार का अहसास और कोहरे सा.... :) और वो भी नार्थ इन्डिया का कोहरा.. जैसे हम डूब गये हो उनके प्यार मे..
कमाल है..हमेशा की तरह एकदम आज़ाद अभिव्यक्ति..
किसी का साथ का अहसास ही अगर मिल जाये , तो जीवन के कष्ट महसूस नहीं होते
7 दिन के लिये घूमने जारही हूं तो ब्लॉग जगत से दूर रहूंगी मन तो यहीं भटकता रहेगा पर न टिपियाने की अग्रिम माफी चाहती हूं ।
इस अहसास में मै,
हो रहता हूं मगन
अपने में ही ।
bahut sundar rachna ,yaatra mangalmaya ho .
बहुत प्रभावशाली रचना सुंदर दिल को छूते शब्द,
प्रेम के सुन्दर कोमल अहसासों में लिपटी कविता ..आभार
खूबसूरत अहसास..लाजवाब गीत ....बधाई.
बहुत सुन्दर!
वैसे कोहरे ने इस वर्ष हमें रेल परिचालन में जितना भयभीत किया है - वह शायद जीवन भर याद रहेगा।
बहुत असहाय थे इस मौसम में!
"...और इस अहसास में मै,
हो रहता हूं मगन
अपने में ही.."
अति सुन्दर भाव । बहुत खूबसूरत रचना ।
ाशा जी आपको जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई ।शुभकामनायें
janmdin ki shubhkamnayen :)
निर्मला जी पंकज जी आपकी शुभ कामनाओं का अनेक धन्यवाद ।
तुम्हारे प्यार का अहसास लपेटे रहता है मुझे कोहरे सा
कानों में गुनगुनाता है एक मधुर रागिनी...
Ek naad sunati rachana!
Holi mubarak ho!
आपको व आपके परिवार को होली की हार्दिक शुभकामनाएँ
आपको और समस्त परिवार को होली की शुभ-कामनाएँ .....
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