सोमवार, 29 सितंबर 2008

देवी स्तुती



सुहास्य वदना, विशाल नयना
मौक्तिक दशना मुक्त कुंतला
अंकुश, पाश, त्रिशूल धारिणी
सुरक्त वसना रक्त कुंडला

करुणा दया क्षमा भवतारा
शक्ति, पार्वती, विद्युत-चपला
सिंह वाहिनी, रिपु संहारिणि
दैत्य विनाशिनी भक्त वत्सला

मोहित, चकित भक्त भय-आतुर
आश्चर्यान्वित, हर्षित विपुला
आशिर्वाद हस्त आश्वासित
मातु-चरण वंदन करि सकला

13 टिप्‍पणियां:

समय चक्र ने कहा…

जय भवानी माँ

seema gupta ने कहा…

नवरात्रि की हार्दिक मंगलकामनाऐं.
"maa ke darshano ke liye aabhar"

Regards

Anil Pusadkar ने कहा…

नवरात्रि की आपको भी शुभकामनाएं

Gyan Dutt Pandey ने कहा…

मात्रेय नम:।

रंजू भाटिया ने कहा…

नवरात्रि की हार्दिक शुभ कामनाएं ...

डॉ .अनुराग ने कहा…

नवरात्रि की हार्दिक मंगलकामनाऐं.

पारुल "पुखराज" ने कहा…

sundar stuti ..

mamta ने कहा…

आपको भी नवरात्रि की शुभकामनाएं .

रंजना ने कहा…

ati sundar stuti.
aabhaar.

Udan Tashtari ने कहा…

नवरात्रि की हार्दिक मंगलकामनाऐं.

RADHIKA ने कहा…

Atyant sundar stuti

दिलीप कवठेकर ने कहा…

अगर यह रचनाओं का सृजन आप की कलम से हुआ है (हुआ ही होगा अवश्य) तो ये राष्ट्र स्तरीय है. भाषा पर कमाल का प्रभुत्व.

तुमच्या मराठी च्या कविता ही वाचु या.

Hari Joshi ने कहा…

नवरा‍त्र आपके जीवन में सुख, समृद्धि और आत्‍मसंतोष के नए आयाम लेकर आएं।