मंगलवार, 18 सितंबर 2012



आईये गणराज, वंदन
शुभ-सुफल हो आगमन ।।

द्वार पर है आम्रतोरण
रंगोली से सजा आंगन
रोली अक्षत औ नीरांजन
आपका करें अभिनन्दन ।। आईये

जगमगाता सारा प्रांगण
मखर अद्भुत सरस अनुपम
वस्त्र नव सब किये धारण
स्वागत में खडे भक्त-जन ।। आईये...

रोली, दुर्वा, फूल चन्दन
मोदक प्रिय मिष्ट-अन्न
हो रहा पूजन औ अर्चन
गा रहे आरती भक्त गण । आईये..

आपदा दूर हो गजानन
कार्य सारे हो बिन-विघन
सुबुद्धि पायें भटके जन
यही मनन है और चिंतन ।। आईये 

15 टिप्‍पणियां:

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

जय गणेश देवा..

मेरा मन पंछी सा ने कहा…

बहुत सुन्दर स्वागत बप्पा का ...
गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाये
:-)

अरुन अनन्त ने कहा…

बहुत सुन्दर रचना, गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएं
अरुन = www.arunsblog.in

धीरेन्द्र सिंह भदौरिया ने कहा…

आपको गणेश चतुर्थी की बहुत२ हार्दिक शुभकामनाये,,,,,

RECENT P0ST ,,,,, फिर मिलने का

Kailash Sharma ने कहा…

बहुत सुन्दर वन्दना...गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनायें!

Anupama Tripathi ने कहा…

bahut sundar Vandana ..Asha ji ..
bhaktimay man ho gaya ...
abhar ..

Chaitanyaa Sharma ने कहा…

गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनायें ....बाप्पा को नमन

Suman ने कहा…

आपदा दूर हो गजानन
कार्य सारे हो बिन-विघन
सुबुद्धि पायें भटके जन
यही मनन है और चिंतन ।। आईये
सबको सद्बुद्धि दे .....सार्थक रचना !

रश्मि प्रभा... ने कहा…

आपदा दूर हो गजानन
कार्य सारे हो बिन-विघन
सुबुद्धि पायें भटके जन
यही मनन है और चिंतन... आशीष ये दो गजानन

रचना दीक्षित ने कहा…

सुंदर गणेश वंदना.

गणेश चतुर्थी की शुभकामनायें.

अरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com) ने कहा…

भावभीनी आरती.वाह !!!

मनोज कुमार ने कहा…

गणपति वंदना कर हमने असीम आनंद प्राप्त किया।

महेन्‍द्र वर्मा ने कहा…

आपदा दूर हो गजानन
कार्य सारे हो बिन-विघन
सुबुद्धि पायें भटके जन
यही मनन है और चिंतन ।

श्रद्धा-भक्तिपूर्ण सुंदर गणेश वंदना।
गणेश पक्ष की शुभकामनाएं।

Rakesh Kumar ने कहा…

आपदा दूर हो गजानन
कार्य सारे हो बिन-विघन
सुबुद्धि पायें भटके जन
यही मनन है और चिंतन ।।

बहुत खूबसूरत मनन और चिंतन किया है
आपने गजानन का.
पढकर मन मग्न और प्रफुल्लित हो गया है.

Alpana Verma ने कहा…

एकदन्त गजानन सब पर कृपा बरसाते रहें.

भक्ति भाव पूर्ण वंदना.