बहुत सुन्दर वर्णन!...थोडेसे शब्दों में आपने बहुत कुछ कह दिया!
बहुत सुन्दर .....
वाह ...बहुत सुंदर भाव
जी बढ़िया कला ।अच्छे भाव ।।
bahut sundar tridal.
बेहतरीन त्रिदल
सुहानी हवाभोर के पंछीआस जगाते ।Bahut,bahut sundar!
लंबी रातबिना बातखिंचता मौन ।कमाल है ....आभार आपका !
आनंद आया पढ़कर.
गागर में सागर
kya baat hai......
बहुत सुन्दर.... वाह!
हाइकू विचारों की एक नयी विमा प्रस्तुत करते हैं।
वाह !!!!! बहुत सुंदर रचना,क्या बात है,बेहतरीन भाव अभिव्यक्ति,MY RECENT POST...काव्यान्जलि ...: तुम्हारा चेहरा,
सुन्दर !
त्रिदल...?कुछ कुछ हाइकु जैसे ..बहुत सी नयी नयी विधाएं सिखने को मिल रहीं हैं .....हाँ आपको मेरी पोस्ट दिखाई दी क्या ..?वर्ना सबका यही कहना है ब्लॉग पे मेरी पुरानी पोस्ट ही दिखाई दे रही है ....
बढ़िया चित्रण !
बहुत सुन्दर. भोर के पंची आस जगाते हैं.
पिछले कुछ दिनों से अधिक व्यस्त रहा इसलिए आपके ब्लॉग पर आने में देरी के लिए क्षमा चाहता हूँ.......... रचना के लिए बधाई स्वीकारें
बहुत सुन्दर और भावयुक्त त्रिदल
सुहानी हवाभोर के पंछीआस जगाते ।क्या सुन्दर भाव जगाया है आपने.दलों में ये त्रिदल तो कमाल के हैं आशा जी.
वाह!
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22 टिप्पणियां:
बहुत सुन्दर वर्णन!...थोडेसे शब्दों में आपने बहुत कुछ कह दिया!
बहुत सुन्दर .....
वाह ...बहुत सुंदर भाव
जी बढ़िया कला ।
अच्छे भाव ।।
bahut sundar tridal.
बेहतरीन त्रिदल
सुहानी हवा
भोर के पंछी
आस जगाते ।
Bahut,bahut sundar!
लंबी रात
बिना बात
खिंचता मौन ।
कमाल है ....
आभार आपका !
आनंद आया पढ़कर.
गागर में सागर
kya baat hai......
बहुत सुन्दर.... वाह!
हाइकू विचारों की एक नयी विमा प्रस्तुत करते हैं।
वाह !!!!! बहुत सुंदर रचना,क्या बात है,बेहतरीन भाव अभिव्यक्ति,
MY RECENT POST...काव्यान्जलि ...: तुम्हारा चेहरा,
सुन्दर !
त्रिदल...?
कुछ कुछ हाइकु जैसे ..
बहुत सी नयी नयी विधाएं सिखने को मिल रहीं हैं .....
हाँ आपको मेरी पोस्ट दिखाई दी क्या ..?
वर्ना सबका यही कहना है ब्लॉग पे मेरी पुरानी पोस्ट ही दिखाई दे रही है ....
बढ़िया चित्रण !
बहुत सुन्दर. भोर के पंची आस जगाते हैं.
पिछले कुछ दिनों से अधिक व्यस्त रहा इसलिए आपके ब्लॉग पर आने में देरी के लिए क्षमा चाहता हूँ...
....... रचना के लिए बधाई स्वीकारें
बहुत सुन्दर और भावयुक्त त्रिदल
सुहानी हवा
भोर के पंछी
आस जगाते ।
क्या सुन्दर भाव जगाया है आपने.
दलों में ये त्रिदल तो कमाल के हैं आशा जी.
वाह!
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