चंदा की धुंधली टिमटिम
राखियों की चमकार
बहनों का ढेर सारा प्यार
अहा आई राखी।
अक्षत, रोली, मिठाई,
नारियल, राखी सजाई
दीप अक्षुण्णता का
बहन के मन की खुशी का
ले आई राखी।
मन में मंगल कामना,
चहुँ-ओर सद्भावना
जा पहुँचे सीमा पर
प्रहरी भाई जहां पर
ये स्नेहिल राखी।
आप सब ब्लॉगर भाई बहनों को राखी की शुभ कामनाएँ।
14 टिप्पणियां:
भाई-बहन के निर्मल प्रेम का प्रतीक पर्व रक्षा बंधन की आपको भी शुभकामनाएं!!
बहुत सुन्दर रचना, रक्षा बंधन की ढेर सारी शुभकामनाएं ! वो प्रहरी भाई है इसलिए तो हम चैन से सो पाते है !
राखी पर शुभकामनाऐं आशा जी । बहुत सुंदर अभिव्यक्ति ।
मन में मंगल कामना,
चहुँ-ओर सद्भावना
जा पहुँचे सीमा पर
प्रहरी भाई जहां पर
ये स्नेहिल राखी।
स्नेह और प्रेम भाव से सजी राखी
सुन्दर !
रक्षाबंधन की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएँ !
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति, रक्षा बंधन की हार्दिक शुभकामनायें।
बढ़िया प्रस्तुति।
रक्षाबन्धन के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ।
निश्छल प्रेम के प्रतीक इस रक्षाबंधन के पावन पर्व की हार्दिक बधाई ...
बेहतरीन प्रस्तुति के लिए आपको बहुत बहुत बधाई...
नयी पोस्ट@जब भी सोचूँ अच्छा सोचूँ
रक्षा बंधन की हार्दिक शुभकामनायें....
वाह!
आदरणीया आशा जी बेहतरीन भाव और प्रस्तुति ..भैया बहना का ये प्रेम अमर रहे ...आप सब को राखी की हार्दिक शुभ कामनाएं
भ्रमर ५
सुन्दर विवरण राखी का परिवेश संजोये राखी का। घर से सीमा तक।
सुंन्दर राखी , मंगलकामनाएं aapko !
प्रेम का प्रतीक पर्व रक्षा बंधन...बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति
बहुत सुन्दर...शुभकामनायें!
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