शुक्रवार, 12 जुलाई 2013

नेचुरल ब्रिज




हाल ही में हम बस इत्तफाक से एक खूबसूरत जगह पर पहुंच गये कोई जाने का प्लान नही था । हम तो कुसुम ताई से मिलने ब्लेक्सबर्ग गये थे । वे अब अमरीका के पश्चिमी किनारे पर बसने जा रही हैं । बेटा वहां पोर्टलेन्ड में है तो अब इस उम्र में बेटे के पास रहना चाहते हैं वे और अरुण राव दोनो । वहां से वापिस आ रहे थे मार्टिन्स बर्ग सुहास के यहां । रास्ते में एक रेस्ट एरिआ में रुके तो मैने कुछ प्रेक्षणीय स्थलों की जानकारी के ब्रोशर उठा लिये ।
विजय, सुहास के पति कार चला रहे थे । अचानक हमने देखा कि  अगला एक्झिट नेचुरल ब्रिज का है तो मैने कहा," अरे नेचुरल ब्रिज",  तो सुहास ने एकाएक विजय से कहा ले लो एक्झिट, जल्दी । विजय ने एक्जिट तो लिया पर भुनभुनाये," ऐसे कोई एक्जिट लेता है क्या " और इस तरह हम इस खूबसूरत जगह पर आ ये । एक्जिट से ज्यादा दूर नही थी ये जगह बस 4-5 मिनिट के ड्राइव पर ही थी । आप भी जा सकते हैं I -81 से नेचुरल ब्रिज का एक्जिट लेकर ।

नेचुरल ब्रिज एक भूगर्भशास्त्रीय आश्चर्य है जो जेम्स नदी के ब्लू रिज पहाड के खोदने से बना है । ये जो एक पुल सा दिखाई देता है वह वास्तव में एक गुफा या सुरंग की छत है,  गुफा के अवशेष के रूप में यही बचा है । यह कोई २१५ फीट ऊंचा और ९० फीट चौडा है । इसे वर्जीनिया के प्राकृतिक ऐतिहासिक स्थल का दर्जा मिला है ।

कहते हैं यह यहां के मूल निवासियों ( मोनेकन कबीला ) का श्रध्दास्थान है उनके पोहाटन कबीले पर विजय का प्रतीक । यह श्वेत वर्णीयों के यहां आने से पहले की बात है ।

ऐसा भी माना जाता है कि अमरीकी के प्रथम राष्ट्रपती जॉर्ज वाशिंगटन यहां सर्वेयर के रूप में आये थे और उन्होने ब्रिज के एक पत्थर पर अपना नाम उकेरा था । उनके नाम के आद्याक्षर वाला पत्थर यहां मिला भी था । Vdo 1 नीचे दी हुई लिंक क्लिक करें
थॉमस जेफर्सन  अमरीका के तीसरे राष्ट्रपती ने १७७४ में किंग जॉर्ज III से २० शिलिंग में  १५० वर्गफीट जमीन खरीदी थी जिसमें यह नेचुरल ब्रिज भी शामिल था । उन्होने ही इस जगह को साफ सुथरा करवा कर एक केबिन बनाया जहां वे तफरीह के लिये आया करते थे । कहते हैं वे अपना पत्थर इस ब्रिज तक उछाल पाये थे ।

आज इस जगह को काफी विकसित किया गया है । इसका टिकिट २१ $ प्रति व्यक्ति लगता है इसमें हम  एक खूबसूरत ट्रेल पर चलने का सुखद अनुभव ले सकते हैं और नेचुरल ब्रिज, सेडार क्रीक, लेस फॉल्स तथा मोनेकन गांव देख सकते हैं । २८ डॉलर का टिकिट लेने पर केवर्न और बटर फ्लाय गार्डन भी देख सकते हैं पर चलना काफी पडता है । नीचे दी हुई लिंक क्लिक करें
हम तो केवल नेचुरल ब्रिज और सेडार क्रीक ही देख पाये और चलने की हिम्मत नही थी  । नेचुरल पुल की सुन्दरता का मज़ा आप भी लें ।







19 टिप्‍पणियां:

ब्लॉ.ललित शर्मा ने कहा…

बढिया जानकारी, लेकिन हमारे लिए अंगुर खट्टे हैं :)

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

वीडियो देखकर आनन्द आ गया, हरा भरा सुन्दर और स्वच्छ। पर्यटन को ऐसे ही सँवारा जा सकता है।

रंजू भाटिया ने कहा…

waah bahut badhiya jaankaari di hai rochak jagah hai yah to :)

Arvind Mishra ने कहा…

लाजवाब

ताऊ रामपुरिया ने कहा…

नेचुरल ब्रिज एक भूगर्भशास्त्रीय आश्चर्य है जो जेम्स नदी के ब्लू रिज पहाड के खोदने से बना है

बढिया जानकारी मिली.

रामराम.

रविकर ने कहा…

बहुत सुन्दर प्रस्तुति |
आभार आदरणीया ||

संगीता स्वरुप ( गीत ) ने कहा…

रोचक जानकारी मिली ... आभार ॥

Suman ने कहा…

खुपच सुन्दर ताई, विडियो बघून तर खुपच मजा आली आभार शेअर केल्या बद्दल !

धीरेन्द्र सिंह भदौरिया ने कहा…

बढिया जानकारी देती पोस्ट , ,

RECENT POST ....: नीयत बदल गई.

कालीपद "प्रसाद" ने कहा…



अच्छी जानकारी देती पोस्ट
latest post केदारनाथ में प्रलय (२)

दिगम्बर नासवा ने कहा…

कुदरत के कितने करिश्में फैले हुए हिन् दुनिया भर में ... रोचक जानकारी ...

Shalini kaushik ने कहा…

thanks to share this post aasha joglekar ji.

Asha Joglekar ने कहा…

ऐसा ना कहिये ललित जी ..you never know .

अनुपमा पाठक ने कहा…

Interesting!!!

Jyoti khare ने कहा…

वाह बहुत सुंदर विस्तारपूर्वक जानकारी
उत्कृष्ट प्रस्तुति
सादर

आग्रह है मेरे ब्लॉग में सम्मलित हों

हरकीरत ' हीर' ने कहा…

वाह ..! आपका प्रकृति प्रेम देख बहुत ख़ुशी होती है ...सच तो ये है कि आपके पति भी उसी नेचर के हैं ...बहुत अच्छी जानकारी दी ....!!

प्रसन्नवदन चतुर्वेदी 'अनघ' ने कहा…

उम्दा, बेहतरीन जानकारी के लिए बहुत बहुत बधाई...

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी इस प्रविष्टि का लिंक आज रविवार (28-07-2013) को त्वरित चर्चा डबल मज़ा चर्चा मंच पर भी है!
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

HARSHVARDHAN ने कहा…

रोचक और मजेदार प्रस्तुति।।

नये लेख : प्रसिद्ध पक्षी वैज्ञानिक : डॉ . सलीम अली

जन्म दिवस : मुकेश