उनसे मुलाकात हुई
आँख खुली तो चांदनी भरी
पूनम वाली रात हुई ।
सोचा था न कभी जीवन में
ऐसा भी क्षण आयेगा,
नियमबध्द मेरे जीवन में
जैसे वारदात हुई .।
कांटे, किरचें, कंकड वाली
डगरों से था भरा जीवन
वो क्या मिले, पांव के नीचे
मखमल की सौगात हुई ।
दिन भर की थकान से जैसे
था ये तन मन चूर हुआ
तेज धूप में चलते चलते
बिन बादल बरसात हुई .।
वो क्या आये मन वीणा के
तार सुरों को छेड उठे,
मधुर मधुर सुर गूंजने लगे
महफिल वाली रात हुई ।
काश ये समय मेरे लिये
बस अब यूँ ही ठहर जाये,
मौत भी आज अगर आये
तो कामयाब ये हयात हुई ।
23 टिप्पणियां:
वाह बहुत खूब ...
इस पोस्ट के लिए आपका बहुत बहुत आभार - आपकी पोस्ट को शामिल किया गया है 'ब्लॉग बुलेटिन' पर - पधारें - और डालें एक नज़र - माँ की सलाह याद रखना या फिर यह ब्लॉग बुलेटिन पढ़ लेना
तेज धूप में चलते चलते
बिन बादल बरसात हुई .
क्या बात है ....
प्रभावशाली रचना !
बहुत खूब...ऐसा ही होता है प्रेम...कोई नियम-कानून नहीं जानता...
एक सुन्दर सा प्रणय गीत :)
बहुत ही प्यारा गीत..
Wah! Kaash,aisa kuchh sabhee kee zindagee me hota!
क्या कहने...
बहुत ही सुन्दर भावाभिव्यक्ति..
bahut hi khoob !
sundar abhivyakti
bahut khoob....
आप तो कविता भी बहुत अच्छी लिखती हैं। पहले शह्र शह्र विदेश मे घुमाया अब अब कल्पनाओं की सैर करवा रही हैं धन्यवाद।ले चलीं
बहुत ही खुबसूरत ख्यालो से रची रचना......
सुंदर मन के भाव ...
कोमल अभिव्यक्ति .....
शुभकामनायें.
bahut khub...wah
सोचा था न कभी जीवन में
ऐसा भी क्षण आयेगा,
नियमबध्द मेरे जीवन में
जैसे वारदात हुई ...
कभी कभी जीवन में अचानक बदलाव आ जाए तो कितना सुहाना लगता है ... नियम से परे लीक से हट के मिले कुछ पल ...
अनुपम भाव संयोजित किये उत्कृष्ट प्रस्तुति।
भावपूर्ण सुंदर उत्कृष्ट प्रस्तुति,,,,,
आशा जी,,,फालोवर बन गया हूँ आप भी बने तो मुझे खुशी होगी
RECENT POST ,,,,, काव्यान्जलि ,,,,, ऐ हवा महक ले आ,,,,,
वाह बहुत खूब !
बहुत ही प्यारा गीत
वाह! बहुत सुन्दर!!
बहुत खूब
दिन भर की थकान से जैसे
था ये तन मन चूर हुआ
तेज धूप में चलते चलते
बिन बादल बरसात हुई .। ... और राहत मिली .... बहुत बढ़िया
वाह!
बात बात में यह तो बहुत ही सुन्दर बात हो गयी.
सुन्दर भावपूर्ण प्रस्तुति.
behad khubsurat romani andaz,waah.
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