सर्दी की धूप गुनगुनी जैसी ये बेटियाँ ।
घर में सुरों की तान सी बहती ये बेटियाँ,
हर रोज़ एक कहानी कहती ये बेटियां ।
जीवन के रंग भी और मिठास बेटियाँ,
हर दिन रचती कोई इतिहास बेटियाँ ।
हर घर का रूप, रंग, और लावण्य बेटियाँ,
कोशिश हमारी हो कि हों सम्मान बेटियाँ ।
ममता की मूरती तो होंगी ही बेटियाँ,
बनें अपनी और हमारी ताकत भी बेटियाँ ।
हों देवी शारदा की उपासक भी बेटियाँ,
करें नाम अपना रोशन दुनिया में बेटियाँ ।
बेटों को हम सिखायें मान करना बहन का,
बेटों से कम कहीं नही, होती हैं बेटियाँ।
नज़ाकत तो मिली है सौगात में इन्हे,
बनें खुद ही अपनी रक्षक हमारी ये बेटियाँ
अपनी हो या पराई हर नारी है इन्सान,
बेटी तेरी या मेरी, इक सी है बेटियाँ ।
तब ही प्रगत और सभ्य देश, ये कहायेगा,
निशंक और निडर जब चल पायें बेटियाँ ।
बेटियों को गर्भ में ही मारने वालों,
दुनिया ही मिट जायेगी जो होंगी न बेटियाँ ।
27 टिप्पणियां:
बेटियाँ सही में इतनी गुणवती होती है!...नारियों का सम्मान ही बेटियों का सम्मान है!...बहुत सुन्दर रचाना!...आभार!...बैशाखी की शुभकामनाएं!
Betiyon pe likhi rachana padhtee hun to khush bhee hoti hun aur udas bhee.
बेटियों को गर्भ में ही मारने वालों,
दुनिया ही मिट जायेगी जो होंगी न बेटियाँ ।
sahi kaha sundar rachna ...
सुबह की मलयज समीर हैं बेटियाँ -बहुत सुन्दर कविता !
बेटियों से प्यारा यहाँ कौन है ...??
वे हैं तो हमारा अस्तित्व है !
आभार अच्छी रचना के लिए !
बेटियों को मिलती जा रही कामयाबी |
बेटों के बराबर स्थान |
और आगे जाएँगी बेटियां |
उनके गुण पहुंचाएंगे उन्हें उनकी मंजिल तक |
सशक्त प्रस्तुति |
बधाई दीदी ||
स्त्री के सभी रूप ममता और वात्सल्य से परिपूर्ण हैं...माँ, बहन, बीवी और बेटी...जिसमें बेटी स्वयं का सृजन है...उसका असम्मान कैसे कोई कर सकता है...
बेटियों के लिए बड़ा ही सुन्दर तोहफा.
आज के दौर मे ऐसी ही पोस्टो की बेहद जरूरत है ... बात निकलती है तो दूर तक जाती है ! समाज मे जागरूकता बेहद जरूरी है !
इस पोस्ट के लिए आपका बहुत बहुत आभार - आपकी पोस्ट को शामिल किया गया है 'ब्लॉग बुलेटिन' पर - पधारें - और डालें एक नज़र - किसी अपने के कंधे से कम नहीं कागज का साथ - ब्लॉग बुलेटिन
बेटियों पर लिखी सुन्दर रचना....मुझे भी बेटियों से बहुत लगाव है....
pyar barsati betiyan...:)
pyari see rachna.
सच में बहुत प्यारी हैं बेटिया, उन्हें किसी भी प्रकार से बचाना है।
सशक्त सार्थक... बहुत सुन्दर रचना....
सादर.
सुन्दर रचना!
satya vachan :)
nice one...
betiyo ke saath saath samaaj me mojuud maanavata ko bhii vikrati svaruup pradaan karehae, ese log.saarthk prastuti
बेहतरीन रचना
हर घर का रूप, रंग, और लावण्य बेटियाँ,
कोशिश हमारी हो कि हों सम्मान बेटियाँ ।
....बहुत सार्थक प्रस्तुति.. बेटियों का प्यार वही जानते हैं जिनके घर में बेटियां हैं..काश सभी यह समझ पायें...
अकाट्य. "बेटियों को गर्भ में ही मारने वालों,
दुनिया ही मिट जायेगी जो होंगी न बेटियाँ"
यही परम सत्य है.
बहुत सुन्दर रचाना
गर्मी में खुशबू वाली, हवा सी, ये बेटियाँ,
सर्दी की धूप गुनगुनी जैसी ये बेटियाँ ।
घर में सुरों की तान सी बहती ये बेटियाँ,
हर रोज़ एक कहानी कहती ये बेटियां ।
बेटियों के लिए बहुत ही प्यारे जज्बात ।
bahut mamrmik.
bahut mamrmik.
बहूत ही सुन्दर और मार्मिक , दिल को छू जाने वाली रचना ||||||||
बहूत ही सुन्दर और मार्मिक , दिल को छू जाने वाली रचना |||||||||||||||\
बहूत ही सुन्दर और मार्मिक , दिल को छू जाने वाली रचना ||||||||
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