अंदर आने दो सूरज को,
तभी अंधेरा भागेगा ।
इस मनसे भय को पार करो,
तभी साहस जग पायेगा ।
सद्चरित्र की जयकार करो
तब ही तो समाज जागेगा ।
द्रोही की पहचान करो
तभी तो दुष्मन भागेगा ।
हम अगर रहेंगे चौकन्ने
और शहीदों के नित्य ऋणी
तभी रहेगा वतन सुरक्षित
और अमन लौट कर आयेगा ।
आजका विचार
संगीत उसे अभिव्यक्त करता है जिसे कहा नही जा सकता और उसपर मौन रहना असंभव है ।
स्वास्थ्य सुझाव
आम, अमरूद, पपीता, सेब, गाजर,पत्तागोभी, ब्रॉक्ली, अनार और आँवला उच्च रक्तचाप में गुणकारी हैं ।
10 टिप्पणियां:
khup surekh,kharach jehwaa auryachikirne andharya manna parynt pohochtil tevha sakal hoel.aajachi tip khup chan aahe.valentine chya hardik shubhecha
बहुत प्यारी बात कही है। आभार।
बहुत सुंदर बात कही है आपने आने दो सूरज को तभी अन्धकार मिट पायेगा
पहली दो पंक्तियाँ ही दर्शनशास्त्र का पाठ पढ़ा देती हैं. बहुत अच्छा लगा. आभार.
बहुत ही सुंदर लिखा आप ने धन्यवाद
क्या हिन्दी को तकनीक की भाषा के रूप में स्थापित करना चाहिए?
कृप्या, निचे दिए गए लिंक क्लिक करे और वोट में भाग ले.
http://indiandba.blogspot.com
आपका
अनूप
दिल को छू जाती हैं आपकी बातें।
सही कहा हे आपने .....
हम अगर रहेंगे चौकन्ने
और शहीदों के नित्य ऋणी
तभी रहेगा वतन सुरक्षित
और अमन लौट कर आयेगा ।
"वो जो आये तो उजाला आया सर्दी की शाम, दुशाला आया" इस नई रचना ब्लॉग पर दिख नहीं रही है. समझ में नहीं आ रहा. यही पन्ना बार बार खुल रहा
अंदर आने दो सूरज को,
तभी अंधेरा भागेगा ।
इस मनसे भय को पार करो,
तभी साहस जग पायेगा ।
सद्चरित्र की जयकार करो
तब ही तो समाज जागेगा ।
द्रोही की पहचान करो
बहुत प्यारी बात कही है।
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