बौरा दिया है । एक तो होली के इतने दिन पहले से ही रंगों से खेल रहीं हैं, अब तो हमें बख्शतीं पर नहीं इनके रंग हमारा पीछा नही छोड रहे । और अब ये गिरगिटिया
रंग ¡ हे भगवान ¡ माझ्या देवा ¡ Oh my God ¡

न न न ब्लॉग छोडने से पहले मेरी पूरी बात तो सुन लीजीये । मै यह कहना चाहती हूँ कि अभी जो यह मेरा ब्लॉग आप सिर्फ हिंदी के लाल रंग में देख सकते हैं सिर्फ एक चटख से आप इसे इंद्र-धनुषी रंगों में पढ सकते हैं । यानि कि अब मेरा लिखा
मेरे बंगला भाषी, गुजराती भाषी, तामिल भाषी, ओरिया भाषी और जाने कितने कितने
भाषी दोस्त अपनी अपनी लिपी में इसे आराम से पढ सकते हैं । है कि नही अच्छी
और मजेदार बात ।
करना आपको बस इतना सा है कि आपको भी तो एग्रीगेटर की मेल आई होगी तो आप भी उनके सरल आदेशों का पालन कर अपना ब्लॉग खूबसूरत और रंगीन बना सकते हैं ।
काश ये गिरगिट भाषांतर भी कर सकता ¡ बहर हाल होली मुबारक ¡
12 टिप्पणियां:
सही है - रंग और गिरगिट; बहुत सही जोड़ा आपने!
आपको और आपके परिवार को होली मुबारक जी।
सही है!रंग खूब जमे हैं। होली मुबारक!
आप को और आप के परिवार को होली पर मंगलकामनायें.
होली की शुभकामनाएं।
आपको और आपके परिवार को होली बहुत-बहुत मुबारक हो...
आप को होली की बहुत-बहुत बधाई।
होली की सुभकामनाऐं.. :)
आपल्या ब्लॉग वर पहिल्यांदाच येणं झालं, खूप बरं वाटलं। झुळुक पण पाहिला। होळी निमित्त शुभेच्छा…
होली की बहुत बहुत बधाई आशा जी :)
बधाई गिरगिटिया हो जाने पर..आपको होली बहुत-बहुत मुबारक.
आप सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाए।
आशाजी, होली की अनेकोंनेक शुभकामनायें. वास्तव में जो आनन्द अपनी बोली में पढ्ने में मिलता है, वो कहीं नही.शगुन के तौर पर हमने गुझिया भी बनाई और मठरी भी.बिटिया के लिये आपने जो Gud wishes भेजी हैं, उनकी उसे सचमुच जरूरत है.
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