दीवाली तो मन गई, फैला खूब उजास,
दीवाली के बाद अब कूडा करकट त्रास।
साफ एक दिन और बाकी सब दिन मैले मैले,
ऐसा तो नही चलता भैये, सीख कुछ ले ले।
रोज ही घर रखना चमका कर सुथरा सुथरा,
पकवान भले ना रोज पर हो खाना सुधरा।
घर के बाहर का भी थोडा ध्यान रखोगे,
कूडा, करकट, जूठन गली में ना फेंकोगे।
तली, खुली, चीजों का सेवन नित-नित करना,
फल सब्जी को धोने के पहले ही चिरना।
इन सब से बचना खुली हुई चीज न खाना,
सब्जी हो या फल इनको धोकर ही खाना।
थोडासा ये ध्यान यदि हम सब रक्खेंगे,
सदा रहेंगे स्वस्थ, मस्त, और काम करेंगे।
मोदीजी के स्वच्छता अभियान से प्रेरित
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