tag:blogger.com,1999:blog-6500475970615720002.post9043805987538668097..comments2024-02-14T10:32:35.527-08:00Comments on स्व प्न रं जि ता: हादसेAsha Joglekarhttp://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-6500475970615720002.post-73975825192560851812008-05-18T09:15:00.000-07:002008-05-18T09:15:00.000-07:00आपका चिंतन उचित हैआपका चिंतन उचित हैसमयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6500475970615720002.post-19874109279320356422008-05-16T08:26:00.000-07:002008-05-16T08:26:00.000-07:00सहमत हूँ आपकी बात से...पता नहीं क्यों हम खुद को सं...सहमत हूँ आपकी बात से...पता नहीं क्यों हम खुद को संवेदनशील कहते हैं?pallavi trivedihttps://www.blogger.com/profile/13303235514780334791noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6500475970615720002.post-70164193230187063202008-05-15T07:15:00.000-07:002008-05-15T07:15:00.000-07:00सही है । परन्तु जहाँ तक आतंकवादी गतिविधियों का सवा...सही है । परन्तु जहाँ तक आतंकवादी गतिविधियों का सवाल है, उससे तोमैं सहमत हूँ कि हमें चौकन्ना रहना आवश्यक है, परन्तु प्रकृति के प्रकोप का क्या करें ? यह तो बाद में ही पता चलता है ।डॉ० अनिल चड्डाhttps://www.blogger.com/profile/05113649126978140864noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6500475970615720002.post-57875578211868924242008-05-14T10:45:00.000-07:002008-05-14T10:45:00.000-07:00आम लोगों की जागरूकता ही ऐसे हादसों से बचा सकती है।...आम लोगों की जागरूकता ही ऐसे हादसों से बचा सकती है।अजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6500475970615720002.post-19392899013094186832008-05-14T03:17:00.000-07:002008-05-14T03:17:00.000-07:00आशा जी यही सब तो होता है। कुछ दिन तो लोग चौकन्ना र...आशा जी यही सब तो होता है। कुछ दिन तो लोग चौकन्ना रहते है फ़िर वापिस जिंदगी उसी ढर्रे पर चलने लगती है।mamtahttps://www.blogger.com/profile/05350694731690138562noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6500475970615720002.post-6146005427348455432008-05-14T02:37:00.000-07:002008-05-14T02:37:00.000-07:00सही कहा आपने आशा जी .जिस वक्त यह सब होता है तब हम ...सही कहा आपने आशा जी .जिस वक्त यह सब होता है तब हम विचलित हो जाते हैं फ़िर वही सब चल पड़ता है ..रंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6500475970615720002.post-7758596511369673692008-05-13T16:18:00.000-07:002008-05-13T16:18:00.000-07:00सहमत हूँ. जागरुक एवं सार्थक कदमों की इस दिशा त्वरि...सहमत हूँ. जागरुक एवं सार्थक कदमों की इस दिशा त्वरित दरकार है. मन दुखी है यह सब देखकर एक के बाद एक.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com