tag:blogger.com,1999:blog-6500475970615720002.post5349546245656126913..comments2024-02-14T10:32:35.527-08:00Comments on स्व प्न रं जि ता: कभी नही सोचा थाAsha Joglekarhttp://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-6500475970615720002.post-2536538462435433082008-01-26T04:25:00.000-08:002008-01-26T04:25:00.000-08:00सुंदर ,सरल पंक्तियाँ ....सुंदर ,सरल पंक्तियाँ ....पारुल "पुखराज"https://www.blogger.com/profile/05288809810207602336noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6500475970615720002.post-44000164305924361422008-01-20T07:45:00.000-08:002008-01-20T07:45:00.000-08:00आशा जी , बहुत प्यारी रचना जो सीधे दिल में उतर गई....आशा जी , बहुत प्यारी रचना जो सीधे दिल में उतर गई.. दर्द जब दिल में उतरता है तो आँसू गर्म पानी का सोता बन कर बह निकलते हैं..मीनाक्षीhttps://www.blogger.com/profile/06278779055250811255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6500475970615720002.post-41097520048579438472008-01-20T07:12:00.000-08:002008-01-20T07:12:00.000-08:00जज़बातों को सरल शब्दों के जरिए उकेरना तो कोई आपसे स...जज़बातों को सरल शब्दों के जरिए उकेरना तो कोई आपसे सीखे......राजीव तनेजाhttps://www.blogger.com/profile/00683488495609747573noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6500475970615720002.post-25316795484683292332008-01-20T06:04:00.000-08:002008-01-20T06:04:00.000-08:00कभी नही सोचा थामै पड जाउंगी इतनी अकेलीतुम ही तो थे...कभी नही सोचा था<BR/>मै पड जाउंगी इतनी अकेली<BR/>तुम ही तो थे मेरे सखा सहेली<BR/>अब जो मुँह तुमने फेर लिया है<BR/>मुझे तनहाई ने घेर लिया है<BR/><BR/>वाह बहुत सुंदर है यह पंक्तियाँ ..अच्छा लगा इस रचना को पढ़ना !!रंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6500475970615720002.post-80988568756713330092008-01-20T01:57:00.000-08:002008-01-20T01:57:00.000-08:00कविता ही रहेभोगा हुआ यथार्थ न बने किसी का भीबैरी क...कविता ही रहे<BR/>भोगा हुआ यथार्थ न बने <BR/>किसी का भी<BR/>बैरी का भी नहीं<BR/>यही कामना है<BR/><BR/>पर पीर में ही<BR/>कविता का वास है<BR/>अच्छे विचारों का निवास है<BR/>पीर में भी धीर रहना चाहिये<BR/>दुख मिले तो भी सहना चाहियेअविनाश वाचस्पतिhttps://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6500475970615720002.post-88742581630410014082008-01-19T23:30:00.000-08:002008-01-19T23:30:00.000-08:00सुंदर कविता । मराठी में बहुत दिनों से कोई कविता नह...सुंदर कविता । मराठी में बहुत दिनों से कोई कविता नहीं लिखी आपने।अजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6500475970615720002.post-60948733725542013732008-01-19T23:29:00.000-08:002008-01-19T23:29:00.000-08:00व्वा... आशाताई..कभी नही सोचा थाआँख से निकलेंगे आँस...व्वा... आशाताई..<BR/>कभी नही सोचा था<BR/>आँख से निकलेंगे आँसू ऐसे...<BR/>और..<BR/>अब जो मुँह तुमने फेर लिया है<BR/>मुझे तनहाई ने घेर लिया है<BR/><BR/>काफ़ी अच्छी जिदंगीसी जूडी सोच है..<BR/>उसे ही जिदंगी कहते है..<BR/>जो सोचा वो मिलता नही..<BR/>जो नही सोचा वो मिलता है..<BR/><BR/>-प्रा.सचिन दिनकर पाटील.sachin patilhttps://www.blogger.com/profile/12764604397038626110noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6500475970615720002.post-71634571813550288502008-01-19T23:27:00.000-08:002008-01-19T23:27:00.000-08:00सहज सरल पंक्तियों में पीड़ा की अभिव्यक्ति, पहली बा...सहज सरल पंक्तियों में पीड़ा की अभिव्यक्ति, पहली बार आपके ब्लाग पर आया. अक्सर आऊंगा.<BR/>राजेश <BR/>www.cgreports.blogspot.comराजेश अग्रवालhttps://www.blogger.com/profile/03166713468895085704noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6500475970615720002.post-10212686398452868702008-01-19T22:54:00.000-08:002008-01-19T22:54:00.000-08:00हमेशा की तरह बहुत सादा, बहुत सच, बहुत सुंदरहमेशा की तरह बहुत सादा, बहुत सच, बहुत सुंदरपूर्णिमा वर्मनhttps://www.blogger.com/profile/06102801846090336855noreply@blogger.com